Thursday, January 13, 2011

13 jan 2011 Daily Eveing NewsPaper Truthway

पैट्रोल पम्प लूटने वाले गिरोह पांच सदस्य काबू, तीन फरार
जेल में मिले, और वहीं बना डाला गिरोह
आरोपियों पर पहले भी कई मामले हैं दर्ज

बठिंडा। गुप्त सूचना के आधार पर कारवाई करते हुए जिला पुलिस व सीआईए स्टाफ ने पैट्रोल पम्प लूटने वाले एक आठ सदस्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच को तेजधार व असलाह समेत गिरफ्तार किया, जबकि तीन सदस्य घटनास्थल से भागने में सफल रहे। पुलिस ने फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सीनियर पुलिस कप्तान डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सीआईए स्टाफ को सूचना मिली कि शरवन सिंह पुत्र सुखतेज सिंह, गुरदीप सिंह पुत्र गुरबख्श सिंह, हरपाल सिंह पुत्र चंद सिंह, गुरसेवक सिंह पुत्र अजैब सिंह, सूच्चा सिंह पुत्र साधू सिंह, सतवीर सिंह, भप्पा सिंह तथा खान बीड़ तलाब के पास पेड़ों में छिपकर बैठे हुए हैं, अगर छापामारी की जाए तो उनको सबूतों समेत गिरफ्तार किया जा सकता है। सीआइए स्टाफ एसआई राजेंद्र सिंह, एएसआई कृपाल सिंह व एसपी डी जितेंद्र सिंह बहनीवाल ने संयुक्त कारवाई करते हुए पुलिस टीम समेत उक्त जगह पर छापामारी की एवं घटनास्थल से पुलिस के हाथ आठ सदस्यीय गिरोह के पांच सदस्य सवर्णजीत सिंह, गुरदीप सिंह, गुरबख्श सिंह, हरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह व सुच्चा सिंह आदि लगे, जबकि आरोपी सतवीर सिंह, भोपा सिंह व खान घटनास्थल से टवेरा गाड़ी लेकर फरार हो गए, जिनकी तलाश पुलिस विभाग ने शुरू कर दी है। मीडिया को जानकारी देते हुए श्री गिल ने बताया कि उक्त गिरोह में शामिल सभी व्यक्तियों पर पहले भी कई केस हैं एवं कई दफा जेल भी काट चुके हैं। उक्त गिरोह के सभी सदस्यों की मुलाकात जेल में ही हुई थी, वहीं से यह गिरोह अस्तित्व में आया। छापामारी के दौरान आरोपियों से पांच हजार रुपए की नगदी, एक पिस्तौल 315 बोर व एक पिस्तोल 12 बोर, कुल पांच कारतूस, लोहे की राड़, गंडासा व कस्सी का दस्ता बरामद किया। आरोरियों ने स्वीकार किया कि वह गांव घुद्दा, नंदगढ़, चक्क रुलदु वाला, शेखपुरा मलूका, जिला बठिंडा व पांच गराईयां पैट्रोल पम्प लूटने की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।

नवजात बच्चा को गली में फेंका, फैली सनसनी
पुलिस ने किया अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
नौजवान वेलफेयर सोसायटी ने बच्चे के शव को अस्पताल पहुंचाया

बठिंडा। स्थानीय आदर्श नगर गली नम्बर 1 में आज सुबह उस समय सनसनी से फैल गई, जब उक्त स्थान पर एक नवजात बच्चे के रक्तरंजित शव पर सुबह की चहलकदमी करने निकले लोगों की पहली निगाह पड़ी। लोगों ने तुरंत नौजवान वेलफेयर सोसायटी के कार्यकर्ताओं को सूचित किया, जिन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर तुरंत थर्मल पुलिस को बुलाया। थर्मल पुलिस ने मामले में कारवाई करते हुए नौजवान वेलफेयर सोसायटी के कार्यकर्ताओं के बयानों के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सूत्रों से एकत्र की जानकारी के अनुसार साढ़े 8 बजे के करीब समाज सेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि स्थानीय गोनियाना रोड़ स्थित आदर्श नगर गली नंबर 1 में एक नवजात शिशु (लड़का) खाली प्लाट के बाहर गली में ही गिरा हुआ है। सूचना के तुरंत बाद संस्था सदस्य सुखविंदर सिंह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा एवं संस्था के अन्य कार्यकर्ताओं को सूचित किया। सूचना मिलने पर संस्था के हाईवे कार्यालय प्रभारी सुखप्रीत सिंह व उपाध्यक्ष रोहित गर्ग वालंटियरों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तथा थाना थर्मल पुलिस को सूचित किया। मौके पर मौजूद संस्था कार्यकर्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि नवजात शिशु खून से लथपथ हालत में नड़ूए के समेत गली से सटे खाली प्लाट के बाहर पड़ा हुआ था। प्लाट की दीवार पर रत के धबे भी लगे हुए थे, जिससे प्रतीत होता है कि बच्चे को किसी ने प्लाट में फेंकने की असफल कोशिश की है। कुछ लोगों का मानना है कि बच्चे को जीवित अवस्था में फेंका गया होगा, लेकिन फेंकने के दौरान बच्चे की मृत्यु हो गई। थर्मल पुलिस के एअसआई नरिंदर सिंह ने मौके का जायजा लिया एवं बच्चे के शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। संस्था के सदस्यों सुखप्रीत सिंह तथा कमलजीत सिंह के बयानों के आधार पर पुलिस द्वारा अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मानवता को तार तार कर देने वाली इस घटना की आलोचना करते हुए नौजवान वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सोनू महेश्वरी ने ऐसे घिनौने कृत्य करने वाले लोगों से अपील की है कि नवजात बच्चों को इस तरह न मारे, बेहतर होगा कि उनको जन्म देने के बाद सरकार की ओर से चलाई जा रही पंघूड़ा जैसी योजनाओं के तहत किसी और व्यक्ति को सुपुर्द करें।

सबसे ज्‍यादा सैलानी 2010 में पुष्पा साइंस सिटी देखने आए
बठिंडा। पुष्पा गुजराल साइंस सिटी तरक्की के पथ पर है। इस साल साइंस सिटी देखने वाले सैलानियों की संख्या पिछले पांच सालों से सबसे अधिक है। एक अप्रैल 2010 से लेकर 31 दिसम्बर 2010 तक साढ़े तीन लाख लोगों ने साइंस सिटी को देखा। 19 मार्च 2010 को साइंस सिटी लोगों के लिए खोली गई थी, तब से लेकर आज तक 18 लाख से ऊपर लोग इसके दर्शन कर चुके हैं। उत्‍तरीय भारत में अब जहां कहां भी विज्ञान की बात होती है, वहां साइंस सिटी का उल्लेख जरूर होता है। आज पुष्पा साइंस सिटी की ओर से वर्ष 2011 का केलेंडर जारी किया गया।

इंटर हाऊस आर्ट एंड क्राफ्ट मुकाबले करवाए

बठिंडा। बाबा फरीद कॉलेज ऑफ एजुकेशन दिओण में अंतर सदन आर्ट एंड क्राफ्ट मुकाबला करवाया गया। छात्रों ने इस कलात्मक मुकाबले में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। यह मुकाबला गैर जरूरी व बचे हुए सामान से कुछ नया सृजन करने की धारना पर आधारित था। पहला स्थान विजय लक्ष्मी हाऊस ने हासिल किया एवं दूसरा व तीसरा स्थान क्रमशः विवेकानंद व अरबिंदो हाऊस ने प्राप्त किया। व्यक्तिगत वर्ग में सुखबीर कौर ने बीजों से शांति का प्रतीक कबूतर बनाकर पहला स्थान हासिल किया। इस मौके जज की भूमिका होस्टल वार्डन इंदू बाला व लेक्‍चरार पलविंदर कौर ने निभाई। संस्था के एमडी गुरमीत सिंह धालीवाल ने कहा कि छात्रों की सृजनात्मकता को बरकरार रखने के लिए ऐसे दिलचस्म मुकाबले करवाए जाने अति जरूरी हैं। प्रिंसिपल डॉ. प्रभजोत कौर ने कहा कि शिक्षा कॉलेजों में इन मुकाबलों का मकसद छात्रों के दिलों में कोमल भावी गुणों को विकसित करना होता है।

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