Saturday, February 12, 2011

12 feb 2011 Daily Evening Newspaper Truthwaytimes

अवैध शराब बरामद
बठिंडा । थाना बालियांवाली की पुलिस ने छापामारी दौरान अवैध शराब बरामद की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार थाना बालियांवाली के एसआई बेअंत सिंह ने पुलिस पार्टी के साथ गुरदयाल सिंह पुत्र मग्घर सिंह वासी गांव रामनिवास के घर से छापामारी कर 26 डिब्‍बे देशी शराब मार्का मोटा संतरा कुल 312 बोतलें सीलबंद बरामद की है। आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 61, 1, 14 एक्‍साइज एक्‍ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

ट्राले की टक्‍कर से मोटरसाइकिल सवार की मौत

बठिंडा। रामा मंडी के पास गांव जलाल में एक ट्राले ने मोटसाइकिल पर जा रहे एक व्यक्ति को टक्कर मार दी। जिस से वह गंभीर रूप में घायल हो गया। उसे अस्पताल लेकर जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार वीर सिंह पुत्र निरंजन सिंह वासी जजल ने थाना रामा पुलिस को दर्ज करवाई शिकायत में बताया कि बलजीत सिंह पुत्र पूरन सिंह वासी कोटली खुर्द ने अपना ट्राला नंबर पीबी 03 डब्‍ल्‍यू 9413 को तेज रफतार और लापरवाही से चला कर उसके भाई बुध सिंह उर्फ भोला सिंह जो मोटरसाइकिल पर जा रहा था को टक्कर मार दी जिस के चलते वह गंभीर रूप में घायल हो गया। उसे अस्पताल लेकर जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। आरोपी मौके पर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अलग धारा के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

दुकान से सामान चोरी
बठिंडा। भुच्चो मंडी में एक दुकान से सामान चोरी होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार सुमन कुमार पुत्र पिरथी चंद वासी वार्ड नंबर 4 भुच्चो मंडी ने थाना नथाना पुलिस को बताया कि 26  जनवरी की रात्रि को मंगा सिंह पुत्र भाग सिंह वासी लहरा बेगा उसकी दुकान का ताला तोड़ कर दो पागरिया कम्‍पनी के मोबाइल सैट, दो पुराने रिपेयर वाले मोबाइल सैट, एक सीपीयू चोरी करके फरार हो गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 457, 380 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

चुनें : थोड़ा डाक खर्च या चक्कर पर चक्कर
सुविधा सेंटर करेगा दस्तावेजों की 'होम डिलीवरी'
कुलवंत हैप्पी, बठिंडा।

असुविधाओं के कारण सुर्खियों में रहने वाले महानगर के सुविधा सेंटर बठिंडा ने 'होम डिलीवरी' सेवा शुरू कर दी है, जिसके तहत लाइसेंसों समेत अन्य सरकारी कागजातों की नकल लोगों को घर बैठे मिल जाएगी। जानकारी के अनुसार पहले लघु सचिवालय स्थित सुविधा सेंटर पर लोगों को लाइसेंसों व नकल आदि लेने के लिए निवेदन करना पड़ता था एवं बाद में सेंटर से दस्तावेज प्राप्त करने के लिए चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब सेंटर द्वारा शुरू की गई नई सुविधा से लोगों को सुविधा सेंटर का एक ही चक्कर काटना पड़ेगा एवं उसके बाद दस्तावेज खुद ब खुद डाक के जरिए घर पहुंच जाएंगे। इसके बाद अब लोगों पर निर्भर करता है कि वह दस्तेवाज लेने के लिए कतारों में लगना पसंद करते हैं या फिर थोड़ा सा डाक खर्च अदाकर घर बैठे दस्तावेज प्राप्त करना।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सुविधा को शुरू करने के लिए सुविधा सेंटर ने एक कोरियर कंपनी से टाइअप किया है, जो सुविधा केंद्र से होम डिलीवरी के लिए प्रति पैकेट 9 रुपए वसूल करेगा। सुविधा सेंटर ने बठिंडा शहर के लिए होम डिलीवरी 15 रुपए व शहर से बाहर के लिए 35 रुपए निर्धारित की है। गौरतलब है कि इस सुविधा का अधिकारिक तौर पर उद्घाटन होना बाकी है, जबकि सुविधा सेंटर की ओर से उक्‍त सेवा संबंधी बोर्ड लगा दिया गया है, ताकि इस बाबत लोगों की रुचि का अंदाजा लगाया जा सके।

सूत्रों के मुताबिक इस सुविधा को शुरू करने से पूर्व सुविधा सेंटर की ओर से कुछ कोरियर सुविधा देने वाली कंञ्पनियों को बुलाया गया था एवं उनके साथ मीटिंग करने के बाद इस सुविधा को शुरू करने की तैयारी की गई। जानकारों का कहना है कि कोरियर कंपनी का डाक देने वाला व्यक्‍ति डाक देने के लिए घर के तीन बार चक्कञ्र काटेगा, अगर सामने से कोई डाक रिसीव नहीं करता तो डाक को न डिलीवरी कारण सहित सुविधा केंद्र के हवाले कर दिया जाएगा।

संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत
गलत पता देकर ठहरा था होटल में

कुञ्लवंत हैप्पी/नरेश कलावटिया, बठिंडा। स्थानीय रेलवे स्टेशन के समीप स्थित एक होटल में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मृत्यु होने की सूचना मिली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में सहारा जनसेवा द्वारा पहुंचाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार होटल सरीन के कर्मचारियों ने आज सुबह जब कमरा नम्‍बर २०३ खोला तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई, जो युवक रात को यहां ठहरने के लिए आया था, वह मृत अवस्था में पड़ा था। होटल प्रबंधन ने तुरंत संबंधित पुलिस को सूचित किया एवं शव को होटल से बाहर निकालने के लिए सहारा जनसेवा कार्यकर्ताओं की मदद ली गई। जानकारों का कहना है कि मृतक युवक प्रदीप कुमार पुत्र शाम कुमार स्थानीय रेलवे कालोनी का रहने वाला है, जबकि होटल सरीन के रजिस्टर में युवक ने अपना पता मोहाली का दर्ज करवाया। सूत्रों के मुताबिक युवक के पास से कुछ गोलियों के पते मिले हैं, जिससे प्रतीत होता है कि युवक अधिक डोज लेने के कारण जिन्दगी से हाथ धो बैठा, लेकिन मौत के असली कारणों का पता को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।

नींव पत्थर पर नींव पत्थर
कुलवंत हैप्पी गुड ईवनिंग

अदालत हमेशा तारीख पर तारीख देती है, और सरकार के प्रतिनिधि हमेशा नींव पत्थर पर नींव पत्थर रखते हैं, सरकारें बदल जाती हैं और नींव पत्थर धूल में लिपटा वहीं पर खड़ा शर्मसार होता रहता है। नींव पत्थर रखने के लिए बड़ा सा सेमिनार आयोजित किया जाता है, मीडिया में सुर्खियां बटोरी जाती हैं। विकास कार्य के लिए सरकार के पास पैसे नहीं होते, लेकिन नींव पत्थर रखने के लिए सरकार पैसा इधर उधर से जुटा लेती हैं। आने वाले दिनों में शिअद भाजपा गठबंधन सरकार के उप मुख्‍यमंत्री सुखबीर सिंह बादल बठिंडा में २८ करोड़ रुपए के विकास कार्यों का नींव पत्थर रखने जा रहे हैं, जबकि बठिंडा शहर में इससे पहले रखे अंतर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम व पांच सितारा होटल के नींव पत्थर निर्माण कार्य शुरू होने के लिए सालों से रास्ता देख रहे हैं। इस सरकार के पूर्व वित्‍त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का कहना है कि सरकार के खजाने खाली हो चुकेञ् हैं। पूर्व वित्‍त मंत्री के बयान को नकारा नहीं जा सकता है, क्‍योंकि इसकी पुष्टि तो केंद्रीय वित्‍त मंत्री भी कर चुके हैं कि पंजाब के सिर पर काफी कर्ज है। अगर सरकारी खजानों में पैसा नहीं तो सरकार के नुमाइंदे निरंतर प्रोजेक्‍टों के शिलान्यास क्‍यों रखते हैं, खासकर मेगा बजट प्रोजेक्‍टों के लिए जिनके पूरे होने की उम्‍मीद करना, अंधेरे में निशाना लगाने जैसा हो। ऐसे में विकास कार्यों का नींव पत्थर रखना, जनता की आंखों में धूल झोंकने के अलावा कुछ नहीं। स्थानीय परस राम नगर में कांग्रेस की भूतपूर्व सरकार ने अस्पताल का नींव पत्थर रखा था, जिसके बाद सरकार बदल गई एवं वहां पर शिअद भाजपा गठबंधन ने अपना नींव पत्थर रख दिया, वहां पर नींव पत्थर रखने के लिए दो बार समारोह आयोजित हुआ एवं पैसा खर्च हुआ, लेकिन नींव पत्थर के बाद एक भी ईंट नहीं लगी। सरकार के प्रतिनिधियों को चाहिए कि पुराने प्रोजेक्‍टों को पूरा कर नए प्रोजेक्‍टों के नींव पत्थर रखे जाएं, ताकि जनता नींव पत्थरों को केञ्वल औपचारिकता न समझे एवं विश्‍वास रखे कि यहां पर रखे हुए नींव पत्थर शर्मसार नहीं होंगे।

No comments:

Post a Comment