Thursday, March 10, 2011

10 march 2011 D E N T

ग्राहकों के लिए अति फायदेमंद एलआईसी का स्मृद्धि प्लस यूलिप प्लान : अग्रवाल
तीन महीनों तक ही खरीद सकेंगे ग्राहक यह प्लान
बठिंडा। स्थानीय एक होटल में लाइफ इंश्योरेंस कारर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) की ओर से नई पॉलिसी स्मृद्धि प्लस के संदर्भ में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें लुधियाना मंडल के सीनियर डिवीजनल मैनेजर एसके अग्रवाल ने विशेष तौर पर शिरकत की। श्री अग्रवाल ने बताया कि 25 फरवरी 2011 को लांच हुई यूलिप संबद्ध पॉलिसी ने बहुत जल्द ही मार्किट में अपना परचम लहरा दिया एवं ग्राहक इस पॉलिसी में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की रुचि का अंदाजा तो बठिंडा कार्यालय से अब तक बिकी पॉलिसियों से लगाया जा सकता है, जहां पर आज औपचारिक तौर पर पॉलिसी जारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि बठिंडा कार्यालय ने प्रथम दिन ही 64 पॉलिसियां बेची, जबकि उनके पास इस पॉलिसी के फार्म भी उपलब्‍ध नहीं थे। श्री अग्रवाल ने बताया कि 100 महीनों तक या फिर पॉलिसी परिपक्‍व होने तक, जो सर्वोच्च एनएवी होगा, पॉलिसीकर्ता को उसके हिसाब से लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस पॉलिसी के अंतर्गत प्रवेश पर आयु आठ से 65 वर्ष है जबकि पॉलिसी की अवधि दस वर्ष निश्चित है, हालांकि पॉलिसी देने की अवधि पांच साल से कम है। एकमुश्त प्रीमियम के अंतर्गत न्यूनतम प्रीमियम का विकल्प 30000 रुपए है जोकि वार्षिक मोड विकल्प में 15000 रुपए होगा। शाखा मुख्‍य प्रबंधक एससी शर्मा, ब्रांच प्रबंधक विजय बांसल, विकास अधिकारी विनोद कुमार जिंदल, मनजीत सिंह, सहायक शाख प्रबंध समीर भार्गव, गोपाल राणा, जितेंद्र पाल सिंह सैनी आदि उपस्थित थे।

स्कूल में आयोजित हुआ महिला दिवस पर समारोह
बठिंडा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के संबंध में सरकारी सेकेंडरी स्कूल माइसरखाना में प्रोग्राम स्कूल की प्रिंसिपल वरिंद्र पाल कौर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। प्रिंसिपल वरिंद्र पाल कौर ने छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं एकजुट होकर प्रत्येक कठिनाई व मुश्किलों का सामने बहुत दलेरी से कर सकती हैं। इतना ही नहीं महिलाएं सामाजिक कार्यों में योगदान देकर तंदरुस्त समाज के निर्माण में सार्थक योगदान पा सकती हैं। अमरजीत कौर लेक्‍चरार ने कहा कि आधुनिक महिला हर क्षेत्र में अपना बनता योगदान दे रही है, लेकिन फिर भी महिलाओं को कई प्रकार की मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है। इस मौके पर अपने संबोधन में राकेश नरूला ने आज से सौ साल पूर्व के परिदृश्यों का उल्लेख किया, जब करूरता के खिलाफ महिलाओं ने एकजुट होकर हल्ला बोला था। श्री नरूला ने कहा कि 1975 में संयुक्‍त राष्ट्र संघ ने महिलाओं के हक की बात करते हुए आठ मार्च को विश्‍व महिला दिवस मनाने की घोषणा की थी।

नशीले पदार्थों समेत तीन दबोचे

बठिंडा। नशाखोरी के खिलाफ जिला पुलिस प्रशासन की ओर से चलाई जा रही मुहिम के तहत मौड़ व रामपुरा पुलिस ने नशीले पदार्थों समेत तीन व्यक्‍तियों को गिरफतार कर आगे की कारवाई शुरू कर दी है। मौड़ पुलिस को सूचना मिली कि भान सिंह वासी संदोहा नशीली दवाईयों का कारोबार करता है। सूचना के आधार पर छापामारी कर पुलिस ने आरोपी भान सिंह से 10 शीशियां रिकोडेक्‍स, 6 शीशियां रेसकैफ, 250 गोलियां कैरीसोल, 168 गोलियां सपासमो प्रोक्‍सिवन, 100 गोलियां पार्लोजिम, 750 गोलियां फोटर्डिल बरामद की। इस तरह रामपुरा पुलिस ने गुप्त सूचना पर कारवाई करते हुए आरोपी गागा सिंह वासी रामपुरा फूल को सवा नौ बोतल अवैध शराब समेत गिरफतार किया गया। उधर, रामपुरा फूल सदर के एसआई मेजर सिंह ने महेंद्र वासी रामपुरा फूल को साढ़े तीन किलो भूक्की समेत गिरफतार किया।

पैलेस के बाहर से कार चोरी
बठिंडा। निकटवर्ती गोनियाना मंडी स्थित रोमाणा पैलेस से कार चोरी होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्‍ति के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर आगे की कारवाई शुरू कर दी है। नेहिया वाला पुलिस को कर्मजीत सिंह वासी दिओण ने शिकायत दर्ज करवाई कि कोई अज्ञात व्यक्‍ति गोनियाना मंडी स्थित रोमाणा पैलेस के बाहर से उसकी कार पीबी 19 डी 8877 चुराकर ले गया।

पुरानी रंजिश के चलते मारपीट, मामला दर्ज

बठिंडा। निकटवर्ती थाना रामां मंडी ने मारपीट के एक मामले में दर्जन भर लोगों को नामजद करते हुए आगे की करवाई शुरू कर दी है। स्थानीय गुरू नानकपुरा के रहने वाले गुरनैब सिंह ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई कि जब वह कच्चे रास्ते से रिफाइनरी मार्ग पर चढ़ रहा था तो आरोपी अमरजीत सिंह वासी गाटवाली ने अपने कुञ्छ साथियों के साथ मिलकर उस पर हमला बोल दिया। शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपियों ने हमला जमीनी को लेकर चल रहे एक विवाद के चलते किया।

असलाह समेत एक काबू
बठिंडा। नेहिया वाला पुलिस ने असलाह एक्‍ट के तहत कारवाई करते हुए एक व्यक्‍ति को असलाह समेत गिरफतार किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गुरदीप सिंह एक पिस्तौल 315 बोर व दो जिन्दा कारतूस लेकर संदिग्ध अवस्था में घूम रहा है। पुलिस ने तत्काल कारवाई करते हुए आरोपी को असलाह समेत गिरफतार कर लिया। 

अंक तालिका से परे जिन्दगी, जरा देखें
कुलवंत हैप्पी, गुड ईवनिंग
इंदौर शहर के एक मार्ग किनारे लगे होर्डिंग पर लिखा पढ़ा था, जिन्दगी सफर है, दौड़ नहीं, धीरे चलो, लेकिन बढ़ती लालसाओं व प्रतिस्पर्धाओं ने जिन्दगी को सफर से दौड़ बनाकर रख दिया। हर कोई आगे निकलने की होड़ में जुटा हुआ है, इस होड़ ने रिश्तों को केवल औपचारिकता बनाकर रख दिया, मतलब रिश्ते हैं, इनको निभाना, चाहे कैसे भी निभाएं। रिश्तों के मेले में सबसे अहम रिश्ता होता है मां पिता व बच्चों का, लेकिन यह रिश्ता भी प्रतिस्पर्धावादी युग में केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया है। अभिभावक बच्चों को अच्छे स्कूल में डालते हैं ताकि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा ले सके, उनको अच्छे स्कूल में पढ़ाने के लिए अच्छे पैसों की जरूरत होती है, जिसके लिए ब्‍लॉक की सूईयों की तरह मां बाप चलते हैं, और पैसा कमाते हैं। उनको रूकने का समय नहीं, वह सोचते हैं बच्चों को अच्छे स्कूल में डाल दिया, दो वक्त की रोटी दे दी, और उनकी जिम्‍मेदारी खत्म हो गई। अच्छे स्कूल में डालते ही बच्चों को अच्छे नतीजों लाने के लिए दबाव डाला जाता है, बिना बच्चे की समीक्षा किए। बच्चे भी अभिभावकों की तरह अच्छे अंकों के लिए अपनी दुनिया को किताबों तक सीमित कर लेते हैं। इस तरह चलते चलते बच्चों को जिन्दगी बोझ सी लगने लगती है, दूसरी तरफ बड़े होते बच्चों से मां बाप की उम्‍मीदें बढ़ने लगती है, यही उम्‍मीद बच्चों को और मुश्किल में डाल देती हैं। ऐसे में तनावग्रस्त बच्चों के पास तनाव से मुक्‍ति पाने के लिए एक ही रास्ता बचता है, जो गत रात्रि फरीदाबाद के सेक्‍टर सात में रहने वाली दसवीं कक्षा की छात्रा दिव्या ने चुना। एग्जाम का फीवर इतना तेज हो गया कि उसने मौत को गले लगा आसान समझा। अगर प्रत्येक साल के आंकड़े देखे जाए तो हमारी आंखें खुली की खुली रह जाएगी, क्‍योंकि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्‍यूरो के आंकड़ों के मुताबिक प्रत्येक दिन छह छात्र असफलता के डर से आत्महत्या करते हैं, जबकि 13 छात्र किसी अन्य बजाय से। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्‍यूरो (एनसीआरबी) के 2009 के आंकड़ों के मुताबिक चंड़ीगढ़ में आत्महत्या के 2009 के आंकड़ों में से 24 फीसदी मामले छात्रों से जुड़े थे तो इलाहाबाद और कानपुर में यह आंकड़ा 23 फीसदी था. मेरठ में 2008 में सामने आए आत्महत्या के कुल मामलों में से 19.8 फीसदी छात्रों के ही बताए जाते हैं और लखनऊ में 2007 में यह आंकड़ा 22.6 फीसदी था. 2008 में जहां देश में 4.8 फीसदी छात्रों ने मौत को गले लगाया था, वहीं 2009 में इस कठोर कदम को उठाने वाले छात्रों का आंकड़ा 5.3 फीसदी था यानी 2008 में जहां 6,060 छात्रों ने आत्महत्या की थी, 2009-10 में यह आंकड़ा बढ़कर 6,716 हो गया। देश में प्रतिदिन 19 छात्र आत्महत्या करते हैं, जिनमें से छह यह कदम परीक्षा में असफलता के डर से उठाते हैं। और मां बाप व शिक्षकों के पास छोड़ जाते हैं केवल अफसोस। इस बाबत मनोविज्ञानियों का कहना है कि बच्चे अवसाद से भीतर ही भीतर जूझते रहते हैं एवं मां बाप के पास उनकी समस्याओं को सुनने का समय नहीं। क्‍या फायदा ऐसी शिक्षा का, जो व्यक्‍ति को जीवन जीने का सलीका नहीं सिखा सकती। अंकतालिका से परे, आपके बच्चे की जिन्दगी खड़ी है, उसको देखने की कोशिश करें। असल शिक्षा वही होती है, जो मानसिक तौर पर तंदरुस्त व एक अच्छा इंसान पैदा कर सके।

सहारा ने की ठगों के टोले की खिंचाई

बठिंडा। मानवता की सेवा के समर्पित सहारा जनसेवा के कार्यकर्ताओं ने सामाजिक दायित्वों को निभाते हुए एक ऐसे ठगों के टोले की खिंचाई है, जो आपाहिज होने का ढोंग रचकर भीख के रूप में लोगों से मोटा पैसा ऐंठने का कार्य करता था। इस बाबत जानकारी देते हुए संस्था के प्रधान विजय गोयल ने बताया कि स्थानीय हनुमान चौंक पर दो बंदे, चार लड़कियां, एक औरत, चार बच्चे वैसाखियों के सहारे आपाहिज बनकर सड़क पर वाहनों को रोककर भीख मांगते थे। सहारा वर्करों ने जब उनकी मदद करने की कोशिश की तो मामला कुछ और ही निकला, वह सब तंदरुस्त थे एवं किसी एक व्यक्‍ति के इशारे पर यह सब कुछ कर रहे थे। सहारा कार्यकर्ताओं ने सभी व्यक्‍तियों को एक जगह बुलाया एवं आगे से इस तरह की हरकत न करने की चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया। इस दौरान इस ठगों की टोली के सरगना गणेशी वासी राजस्थान ने सहारा वर्करों से माफी मांगी एवं आगे से इस तरह का कार्य न करने की कसम उठाई।

सीयूपी में कल लेक्‍चर देंगे डॉक्‍टर स्वराज सिंह
बठिंडा। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब की ओर से आयोजित भाषण श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए 11 मार्च को वैश्‍विक नैतिकता के संदर्भ में भाषण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस समारोह में मुख्‍य प्रवक्ता के तौर पर डॉक्‍टर स्वराज सिंह पहुंच रहे हैं, जोकि इलेंसवर्ग में लेजर क्‍लिनिक ऑफ सेंट्रल वाशिंगटन चला रहे हैं। इस बाबत जानकारी देते हुए सीयूपी के प्रवक्‍ता ने बताया कि डॉक्‍टर स्वराज सिंह पंजाब के मौजूदा संस्कृति‍क व सामाजिक परिदृश्य को लेकर काफी संवेदनशील हैं।

No comments:

Post a Comment