Thursday, March 3, 2011

3 march 2011 D E N T

शगुन स्कीम के पैसों के लिए दर दर भटक रहा है सुभाष चंद्र

शगुन स्कीम के पैसे लेने के लिए दर दर भटकने क्षुब्‍ध हो चुके सुभाष चंद्र कहते हैं कि बस मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल कह दें, नहीं मिलेगी शगुन स्कीम की राशि तो छोड़ूंगा पूरी राशि


टरूथ-वे न्यूज, बठिंडा। पंजाब सरकार की ओर से पिछड़े वर्ग संबंधित कन्याओं के लिए शगुन स्कीम शुरू की गई,  ताकि इस समाज का भला हो सके, लेकिन यह इस स्कीम का फायदा पूरी तरह से गरीब वर्ग के लोगों को नहीं मिल रहा, जिसकी ताजा उदाहरण है सुभाष चंद्र। सुभाष चंद्र, जोकि डकौत बिरादरी से संबंधित है, ने अपनी बेटी ज्‍योति की शादी 11 मई 2005 को की थी, लेकिन उसको आज तक सरकार की ओर से शगुन स्कीम के तहत मिलने वाली राशि नहीं मिली। इस राशि के लिए वह सरकारी दफ्तरों व सरकार के प्रतिनिधियों के दरवाजे खटखटा रहा है, लेकिन उसकी बात सुनने वाला कोई नहीं मिला। सरकार के प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के झूठे आश्‍वासनों से क्षुब्‍ध सुभाष चंद्र दो टूक बात करते हुए कहते हैं कि अगर सुखबीर सिंह बादल व प्रकाश सिंह बादल कह दें कि उसको शगुन की राशि नहीं मिल सकती तो वह शगुन की राशि छोड़ देंगे। सुभाष चंद्र स्थानीय नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहते हैं कि वह जब इस बाबत सांसद हरसिमरत कौर बादल, सुखबीर सिंह बादल व प्रकाश सिंह बादल से मिलने की कोशिश करते हैं तो स्थानीय नेता उसके रास्ते में रोड़े की तरह खड़े हो जाते हैं। मेहनत मजदूरी कर जून गुजारा करने वाले सुभाष् चंद्र कहते हैं कि सरकार झूठे वायदे कर लोगों की आंखों में धूल झोंकने के अलावा कोई कार्य नहीं करती, मुझे शगुन स्कीम का पैसा न मिलना इसकी जीती जागती मिसाल है। उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर उनकी समस्या का हल न हुआ तो वह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे, जिसका नतीजा सरकार को आगामी विधान सभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा, क्‍योंकि उनके साथ डकौत बिरादरी की करीब 1500 वोट है, जो चुनावी नतीजे बदलने के लिए काफी है। इस बाबत जब सामाजिक कल्याण जिला अधिकारी सरदूल सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर व्यति को शगुन स्कीम का पैसा नहीं मिला एवं उसकी मांग जायज है तो उसकी हर संभव सहायता की जाएगी। वह किसी भी वक्‍त अपने कागजातों के साथ स्थानीय कार्यालय में पहुंचकर अपनी शगुन स्कीम के स्टेट्स का पता कर सकते हैं। उनका कार्य पहल के आधार पर किया जाएगा।

भवन की वर्षगांठ पर लगाया रक्‍तदान शिविर
शिविर में 19 लोगों ने किया रक्‍तदान

टरूथ-वे न्यूज, बठिंडा। गीता भवन रामपुरा फूल की 50वीं वर्ष्गांठ पर श्री 1008 स्वामी सुरेश मुनी जी की अध्यक्षता में श्री सनातन धर्म गीता भवन की ओर से यूनाइटेड वेलफेयर सोसायटी की रामपुरा ब्रांच के सहयोग से एक स्वेच्छा रक्‍तदान कैंप लगाकर 19 यूनिट रक्‍तदान किया गया। इस मौके पर श्रीमद भागवत गीता ज्ञान यज्ञ भी करवाया गया। रक्‍तदान कैंप का उद्घाटन समूह कमेटी सदस्यों की उपस्थिति में ओम प्रकाश गर्ग प्रधान गीता भवन ने किया। गीता भवन रामपुरा फूल में आयोजित किए इस स्वेच्छा रतदान कैंप में डॉटर नरेंद्र बांसल की अध्यक्षता में पहुंची सिविल अस्पताल रामपुरा फूल की लड बैंक टीम ने 19 यूनिट रक्‍त एकत्र किया। रक्‍तदानियों की हौसला अफजाई करने के बाद गीता भवन प्रधान ओम प्रकाश गर्ग ने कहा कि रक्‍तदान के जरिए जरूरतमंदों की सेवा करना एक उत्‍तम सेवा है, जिससे किसी की बुझ रही जीवन ज्‍योत को बचाया जा सकता है।  इस मौके पर यूनाइटेड वेलफेयर सोसायटी रामपुरा की अध्यक्षा मैडम सरोज शाही ने 66वीं बार अपना रक्‍तदान कर इलाके के लिए मिसाल कायम की। उनके साथ संस्था सदस्यों में से महेंद्र शाही, सुरेंद्र धीर, लीना शाही, मनकू मेहता, मनोहर सिंह व अशोक कुक्कू ने भी कैंप को सफल बनाने में अहम योगदान पाया। उन्होंने रक्‍तदानियों को और उत्साह के साथ रक्‍तदान करने के लिए प्रेरित किया। यूनाइटेड वेलफेयर सोसायटी बठिंडा से रक्‍तदानियों की हौसला अफजाई के लिए पहुंचे कृष्ण कोटशमीर, मनजगमीत व गोरा मीत ने रक्‍तदानियों को रक्‍तदान की महत्‍ता के बारे अवगत करवाया। रतदानियों को रिफ्रेंसमेंट की सेवा गोगी बराड़ व पाली ठेकेदार व अन्य ने प्रदान की। जिला रेड क्रास की ओर से रक्‍तदान‍ियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। 

धुनों व रंगों की दुनिया का उभरता सितारा सिमरनजीत लाडो

टरूथ-वे न्यूज, बठिंडा। कुदरती बागानों में कुछ ऐसे फूल होते हैं, जो खिलते ही अपनी खुशबू से पर्यावरण को महकदार बना देते हैं एवं प्रत्येक वस्‍तु का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस तरह ही कई इंसान भी ऐसे होते हैं, जो अपने गुणों व प्रतिभा के साथ समाज में अपनी अलग पहचान बना लेते हैं। कहते हैं कि कई गुण पीढ़ी दर पीढ़ी आगे चलते रहते हैं। अगर गुणों को अनुकूल भूमि मिल जाए तो सोने पर सुहागे वाली बात हो जाती है। ऐसे में ही माहौल की उपज है सिमरनजीत कौर लाडो, जिसने बहुत कम उम्र में धुनों व रंगों की दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। गौरतलब है कि सिमरनजीत उर्फ लाडो का जन्म 21 जुलाई 1997 को पिता दर्शन सिंह बनूड़ के घर माता परमजीत कौर की कोख से हुआ, घर में साहित्यक माहौल होने के कारण होश संभालते ही उसका रिश्ता साहित्यक पुस्तकों से बन गया एवं यहीं से गाने की चाह मन में पलने लगा। तीसरी कक्षा में पढ़ते समय ही उसने पंजाबी साहित्य सभा मोहाली की ओर से करवाए गए शहीद करतार सिंह सराभा गीत मुकाबले में पहला स्थान हासिल किया। इस मुकाबले में मिली ट्राफी को वह चूम चूमकर रखती है। पांचवीं कक्षा में सिमरनजीत कौर ने शकालर पलिक स्कूल राजपुरा में दाखिला लिया। यहीं पर पढ़ते हुए उसने अपनी प्रतिभा को और निखारने के लिए दिन रात प्रयत्न किए। सुबह की प्रार्थना से लेकर स्कूल की हर गतिविधि उसकी शिरकत के बिना अधूरी रहती है। संगीत अध्यापक मेजर सिंह व प्रिंसिपल सुदेश जोशी की योग्य अगुवाई में वह गीत, गजल, कविता, ग्रुप सांग व गिद्धा हर विधा में अपना रंग बिखेरती है। पिछले साल भारत विकास परिषद की ओर से विशाखापटनम में करवाए गए आल इंडिया ग्रुप सांग कम्पीटिशन में भी उनकी टीम ने पहला स्थान हासिल किया था। इसके अलावा सिमरनजीत कौर को पेटिंग करने का बहुत शौक है। पोस्टर मेकिंग व पेटिंग में भी वह कई गोल्ड मैडल जीत चुकी है। उसकी ओर से तैयार किए पोस्टर स्कूल के नोटिस बोर्ड पर लगे उसकी लाजवाब प्रतिभा का सबूत देते हैं। सिमरजनीत कौर कई जिला व राष्ट्र स्तरीय मुकाबलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर कई पुरस्कार हासिल कर चुकी है।

वाटर वर्क्‍स के नाले से मिली अज्ञात युवक की लाश
पुलिस कर रही है मामले की जांच पड़ताल

टरूथ-वे न्यूज, बठिंडा। स्थानीय रोजगॉर्डन के समीप स्थित वाटर वर्क्‍स की डिग्गी के समीप एक पानी के नाले से 15 वर्षीय एक लड़के की लाश मिलने की सूचना मिली है, जिसकी कोई शिनाख्त नहीं हो सकी। घटना की सूचना मिलते ही समाज सेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे, जिन्होंने संबंधित पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने पर एएसपी विक्रमजीत सिंह भट्टी तथा थाना थर्मल के एसएचओ अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। संस्था के सदस्यों कमलजीत सिंह संधू, संदीप सिंह, सन्‍नी ने पुलिस की उपस्थिति में लाश को नाले से बाहर निकाला। संस्था के उपाध्यक्ष रोहित गर्ग ने लाश करीब पांच दिन पुरानी लगती थी व मृतक लड़के के शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था। जिस हिस्से से लाश मिली है, उसका एक हिस्सा आगे जाकर सरहिंद नहर से मिलता है तथा यह आशंका जताई जा रही है कि लाश सरहिंद नहर से बहती हुई रोजगॉर्डन वाटर वर्क्‍स की डिग्गी तक पहुंच गई। एएसपी विक्रमजीत सिंह भट्टी ने लाश मिलने वाले स्थान से लेकर आसपास के क्षेत्र का स्वयं निरीक्षण किया। बाद में पुलिस ने संस्था के सहयोग से लाश को पोस्टमार्टम हेतु सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां उसे शिनाख्त के लिए सुरक्षित रख लिया है। संस्था के अध्यक्ष सोनू माहेश्‍वरी ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा अपने स्तर पर शिनाख्त के प्रयास शुरू कर दिए हैं व संस्था द्वारा शव की तस्वीर को अपनी वेबसाइट में भी जारी कर दिया गया है।

पानी डिग्गी से मिली अज्ञात वृद्ध की लाश

बठिंडा। स्थानीय डबवाली रोड़ पर जोधपुरा रोमाना रजवाहे से इंजीनियरिंग कॉलेज को आते पानी के रास्ते में सड़क पर बनी एक डिग्गी से एक वृद्ध की लाश बरामद होने की सूचना मिली है, जिसको सहारा जनसेवा के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस की देख रेख में पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया।
सहारा जनसेवा के प्रवता गौतम गोयल ने जारी एक मीडिया सूचना पत्र में बताया कि सहारा जनसेवा को सूचना मिली कि उक्‍त पानी की डिग्गी में एक लाश तैर रही है। सूचना मिलते ही संस्था कार्यकर्ता जग्गा सिंह, गुरबिंदर सिंह, रॉकी गोयल मौके पर पहुंचे, जिन्होंने कोटफत्‍ता पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने पर उप थानेदार जगदीश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उनकी निगरानी में वृद्ध के शव को डिग्गी से बाहर निकाला गया एवं पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में पहुंचाया। संस्था कार्यकर्ता बुजुर्ग की शिनाख्त में जुट चुके हैं। संस्था के अनुसार 65 वर्षीय बुजुर्ग ने ग्रे रंग का पेंट कोट पहना हुआ था।

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